हाथरस। सिकन्द्रराराऊ क्षेत्र की रहने वाली एक महिला के मोबाइल पर मिस्ड काॅल आई। जहां उसे जानने के लिये शादीशुदा महिला ने फोन किया। उधर से आवाज एक युवक की थी। दोनों में कुछ सेकेंड बात हुई। फिर बातों का सिलसिला शुरू हो गया। दोनों में प्रेम की बीज अंकुरित हो गए। दोनों ने एक संग रहने का फैसला ले लिया। प्रेमिका अपने तीन बच्चों को छोड़कर प्रेमी के पास आ गई। महिला को बीती शाम उत्तराखण्ड पुलिस ने उसे सिकन्द्रराराऊ से बरामद कर लिया है।
उत्तराखण्ड के पिथौरागढ जिले के कैनाली छिना की रहने वाली शादीशुदा महिला पर छह महीने पहले मिस्ड काॅल आई। यह नंबर सिकन्द्रराराऊ के कमल का था। इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें भी खा ली। प्रेमिका के बुलावे पर कमल उससे मिलने पिथौरागढ पहुंच गया। 11 मई को प्रेमिका अपने प्रेमी के साथ यहां आ गई। पति ने थाना कैलानी छिना में रिपोर्ट कराई। पुलिस महिला की तलाश में जुट गई थी। मोबाइल को सर्विलांस पर लगा दिया गया। पुलिस सिकन्द्रराराऊ तक पहुंच गई। कोतवाली पुलिस को साथ लेकर कमल के घर छापा मारा। यहां से प्रेमिका को बरामद कर लिया गया। हालांिक, आरोपी पुलिस के हाथ नही लग सका। पुलिस महिला को कोतवाली ले आई। महिला अपने प्रेमी के साथ रहने पर अड़ी रही। वह अपने पति व बच्चों के साथ जाने को तैयार नही थी। 14 वर्षीय पुत्री के मनुहार को भी दरकिनार कर दिया। कोतवाली पर मौजूद लोग व पुलिसकर्मियों ने भी उसे काफी समझाया। पति ने उसकी दो वर्ष की बच्ची का वास्ता भी दिया, लेकिन उस पर कोई असर नही हुआ। अब इसे पिथौरागढ में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करके बयान कराए जायेगें।
उत्तराखण्ड के पिथौरागढ जिले के कैनाली छिना की रहने वाली शादीशुदा महिला पर छह महीने पहले मिस्ड काॅल आई। यह नंबर सिकन्द्रराराऊ के कमल का था। इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें भी खा ली। प्रेमिका के बुलावे पर कमल उससे मिलने पिथौरागढ पहुंच गया। 11 मई को प्रेमिका अपने प्रेमी के साथ यहां आ गई। पति ने थाना कैलानी छिना में रिपोर्ट कराई। पुलिस महिला की तलाश में जुट गई थी। मोबाइल को सर्विलांस पर लगा दिया गया। पुलिस सिकन्द्रराराऊ तक पहुंच गई। कोतवाली पुलिस को साथ लेकर कमल के घर छापा मारा। यहां से प्रेमिका को बरामद कर लिया गया। हालांिक, आरोपी पुलिस के हाथ नही लग सका। पुलिस महिला को कोतवाली ले आई। महिला अपने प्रेमी के साथ रहने पर अड़ी रही। वह अपने पति व बच्चों के साथ जाने को तैयार नही थी। 14 वर्षीय पुत्री के मनुहार को भी दरकिनार कर दिया। कोतवाली पर मौजूद लोग व पुलिसकर्मियों ने भी उसे काफी समझाया। पति ने उसकी दो वर्ष की बच्ची का वास्ता भी दिया, लेकिन उस पर कोई असर नही हुआ। अब इसे पिथौरागढ में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करके बयान कराए जायेगें।


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