हाथरस/सासनी। कस्बा में दवा विक्रेताओं के यहां हुई छापेमारी के दौरान दवा विक्रेताओं में भारी हड़कम्प मच गया। कुछ दुकानदार दुकानों को छोड़कर भाग गये तो कुछ दुकानों के शटर गिराकर भाग खड़े हुए। टीम की ओर से आए ड्रग इंस्पेक्टर पूरनचंद ने छापेमारी की।
बता दें कि कस्बा में तमाम दुकानों पर ऐसे इंजेक्शन एवं दवाएं बेची जा रही हैं। जिनका प्रयोग युवा और किशोर नशे के रुप में कर रहे हैं। इसी के चलते लोगों ने शासन को शिकायती पत्र भेजा था। जिसके आधार पर यह छापेमारी की गई। ड्रग इंस्पेक्टर पूरनचंद्र ने छापेमारी के दौरान बाजार में अग्रवाल मेडिकल स्टोर पर छापा मारा जहां दवाओं के बिल न मिलने पर उनकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया तथा 2400 रेनवॉक्स कैप्सूल मिले। जिनका सेंपल लिया गया। साथ ही कई दवाएं ऐसी मिली जिनके बिल नहीं थे। बिल न मिलने पर थोक विक्रेता से दवाओं के बिल लेने के निर्देश दिए। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि शासन से इस छापेमारी के लिए उन्हें निर्देशित किया गया था। साथ दवाओं के लिए गये सेंपल के साथ ही दुकानों के बारे में वे अपनी रिपोर्ट भेजेंगे। जिसके द्वारा इन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कस्बा में तमाम दुकानों पर ऐसे इंजेक्शन एवं दवाएं बेची जा रही हैं। जिनका प्रयोग युवा और किशोर नशे के रुप में कर रहे हैं। इसी के चलते लोगों ने शासन को शिकायती पत्र भेजा था। जिसके आधार पर यह छापेमारी की गई। ड्रग इंस्पेक्टर पूरनचंद्र ने छापेमारी के दौरान बाजार में अग्रवाल मेडिकल स्टोर पर छापा मारा जहां दवाओं के बिल न मिलने पर उनकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया तथा 2400 रेनवॉक्स कैप्सूल मिले। जिनका सेंपल लिया गया। साथ ही कई दवाएं ऐसी मिली जिनके बिल नहीं थे। बिल न मिलने पर थोक विक्रेता से दवाओं के बिल लेने के निर्देश दिए। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि शासन से इस छापेमारी के लिए उन्हें निर्देशित किया गया था। साथ दवाओं के लिए गये सेंपल के साथ ही दुकानों के बारे में वे अपनी रिपोर्ट भेजेंगे। जिसके द्वारा इन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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