सासनी/हाथरस। केएल जैन इंटर कालेज परिसर में श्रीमद्भागवत सेवा समिति एवं ग्रामीण क्षेत्र के बैनरतले भव्य कलश शोभायात्रा के साथ श्रीमद्भागवत सप्ताह पारायण ज्ञान महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने अपने सिर पर कलश रखकर भव्य कलश शोभायात्रा निकाली। जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुनः केएल जैन इंटर कालेज पहुंची। जहां विश्व विख्यात भागवत भास्कर ब्रज गौरव श्री कृष्णचंद शास्त्री ठाकुर जी महाराज ने गौकर्ण और धुंधकारी की रोचक कथा सुनाई।
आज से शुरु हुए श्रीमद्भागवत सप्ताह पारायण ज्ञान महायज्ञ के दौरान आचार्य ठाकुर जी महाराज ने सुनाया कि गोकर्ण एक साधु संगति से परिपूर्ण था और धुंधकारी के आतंक से सभी त्रस्त थे। धुंधकारी की मौत के बाद उसे जब मोक्ष नहीं मिला तो भाई गोकर्ण ने अपने भाई की मुक्ति के लिए श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान का आयोजन किया। जिसे सुनने के लिए गोकर्ण की आत्मा एक बांस में आकर बैठ गई और ध्यान पूर्वक श्री हरि का गुणगान सुना। जिसे सुनकर धुंधकारी मोक्ष को प्राप्त हुआ।
आचार्य ने कथा का भावार्थ सुनाते हुए बताया कि भगवान को एकाग्रचित्त होकर ही स्मरण करना चाहिए। तभी भागवत और मोक्ष प्राप्ति हो सकती है। कथा से पूर्व नगर में सुबह सात बजे भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई जो केएल जैन इंटर कालेज से शुरु होकर मौहल्ला विष्णुपुरी, कन्या इंटर कालेज, पंजाब नेशनल बैंक, ठंडी सड़क, गांधी चैक, अयोध्या चैक, मौहल्ला पीपल वाला, बजरिया, पारस कालौनी, छिपैटी, सब्जी मंडी, बड़े हनुमान मंदिर, बस स्टैण्ड कमला बाजार, शहीद पार्क, बच्चा पार्क, सेंट्रल बैंक, जामा मस्जिद, पल्टन मोड़ होते हुए पुनः केएल जैन इंटर कालेज परिसर पहुंची जहां भक्तों ने कथा भागवत ज्ञान सागर में डुबकी लगाकर श्री हरिकथा का आनंद लिया। कथा श्रवण के दौरान महेन्द्र सिंह सोलंकी, मोहित नंदन अग्रवाल, संजय सिंह सेंगर, चैधरी अर्जुन सिंह, हरवीर सिंह तोमर, बौबी पाठक, जितेन्द्र शर्मा, रुपेश उपाध्याय, हेमंत सेंगर, हरीशंकर वाष्र्णेय, दिनेशचंद्र वाष्र्णेय, महेशचंद्र वाष्र्णेय, राजपाल सिंह, डा. जितेन्द्र सोलंकी आदि हजारों की तादाद में भक्त कथा का रसपान कर रहे हैं।
आज से शुरु हुए श्रीमद्भागवत सप्ताह पारायण ज्ञान महायज्ञ के दौरान आचार्य ठाकुर जी महाराज ने सुनाया कि गोकर्ण एक साधु संगति से परिपूर्ण था और धुंधकारी के आतंक से सभी त्रस्त थे। धुंधकारी की मौत के बाद उसे जब मोक्ष नहीं मिला तो भाई गोकर्ण ने अपने भाई की मुक्ति के लिए श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान का आयोजन किया। जिसे सुनने के लिए गोकर्ण की आत्मा एक बांस में आकर बैठ गई और ध्यान पूर्वक श्री हरि का गुणगान सुना। जिसे सुनकर धुंधकारी मोक्ष को प्राप्त हुआ।
आचार्य ने कथा का भावार्थ सुनाते हुए बताया कि भगवान को एकाग्रचित्त होकर ही स्मरण करना चाहिए। तभी भागवत और मोक्ष प्राप्ति हो सकती है। कथा से पूर्व नगर में सुबह सात बजे भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई जो केएल जैन इंटर कालेज से शुरु होकर मौहल्ला विष्णुपुरी, कन्या इंटर कालेज, पंजाब नेशनल बैंक, ठंडी सड़क, गांधी चैक, अयोध्या चैक, मौहल्ला पीपल वाला, बजरिया, पारस कालौनी, छिपैटी, सब्जी मंडी, बड़े हनुमान मंदिर, बस स्टैण्ड कमला बाजार, शहीद पार्क, बच्चा पार्क, सेंट्रल बैंक, जामा मस्जिद, पल्टन मोड़ होते हुए पुनः केएल जैन इंटर कालेज परिसर पहुंची जहां भक्तों ने कथा भागवत ज्ञान सागर में डुबकी लगाकर श्री हरिकथा का आनंद लिया। कथा श्रवण के दौरान महेन्द्र सिंह सोलंकी, मोहित नंदन अग्रवाल, संजय सिंह सेंगर, चैधरी अर्जुन सिंह, हरवीर सिंह तोमर, बौबी पाठक, जितेन्द्र शर्मा, रुपेश उपाध्याय, हेमंत सेंगर, हरीशंकर वाष्र्णेय, दिनेशचंद्र वाष्र्णेय, महेशचंद्र वाष्र्णेय, राजपाल सिंह, डा. जितेन्द्र सोलंकी आदि हजारों की तादाद में भक्त कथा का रसपान कर रहे हैं।


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