हाथरस। एआईबीईए, एआईबीओए तथा एसएसबीईए के संयुक्त आह्वान पर स्टेट बैंक की सहयोगी बैंकों के स्टेट बैंक में विलय के मुद्दे पर स्टेट बैंक आॅफ पटियाला पर यूपीबीईयू के बैनर तले बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए संगठन के जिलामंत्री बी0एस0जैन ने कहा कि जब लाखों बैंककर्मचारियों ने सरकार की बैंकिंग सुधार नीतियों जैसे कि निजीकरण, एकीकरण तथा विलय आदि का स्पष्ट विरोधव 29 जुलाई की अपनी व्यापक हड़ताल द्वारा कर किया, तब समझना चाहिये था, परन्तु स्टेट बैंक/सहयोगी बैंकों का प्रबन्धन संगठनों के विरोध की तार्किकता बिना महसूस किये निदेशक मण्डल की 18 अगस्त 2016 को बैठक करने जा रहा है, जिसमें विलय की किसी योजना पर निर्णय हो सकता है। विलय से किसी को कोई फायदा होने वाला नहीं है। ऐसी सूचनाऐं आ रही हैं कि विलय के बाद 30 प्रतिशत बैंक शाखाऐं अर्थात 7200 बैंक शाखाऐं बन्द हो जायेगी तथा लगभग 13000 कर्मचारी फालतू हो जायेंगे। यही कारण है कि हमारे संगठन विलय और एकीकरण का विरोध कर रहे हैं।
अन्त में संगठन के जिलाध्यक्ष वी0के0शर्मा ने कहा कि स्टेट बैंक के एक लाख करोड़ के ऋण खराब ऋण हैं। इसके प्रबन्धक की प्राथमिकता खराब ऋणों की वसूली की होनी चाहिये। विलय पूर्णतः अवांछित है। उन्होने आज के सफल प्रदर्शन को सफल बनाने के लिये सभी बैंककर्मियों को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया।
प्रदर्शन को सफल बनाने में साथी पीएस रावत, राकेश वर्मा, वनी सिंह, डी.सी. गुप्ता, देवेन्द्र कुमार, उमाशंकर जैन, अशोक शर्मा, एके वर्मा, केएल वर्मा, एके सिंह, इत्वारी लाल, राकेश सारस्वत, गिया प्रसाद, राजीव कुमार, राज कुमार, नरेन्द्र कुमार, भूपेन्द्र कुमार, ने सक्रिय भूमिका अदा की।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए संगठन के जिलामंत्री बी0एस0जैन ने कहा कि जब लाखों बैंककर्मचारियों ने सरकार की बैंकिंग सुधार नीतियों जैसे कि निजीकरण, एकीकरण तथा विलय आदि का स्पष्ट विरोधव 29 जुलाई की अपनी व्यापक हड़ताल द्वारा कर किया, तब समझना चाहिये था, परन्तु स्टेट बैंक/सहयोगी बैंकों का प्रबन्धन संगठनों के विरोध की तार्किकता बिना महसूस किये निदेशक मण्डल की 18 अगस्त 2016 को बैठक करने जा रहा है, जिसमें विलय की किसी योजना पर निर्णय हो सकता है। विलय से किसी को कोई फायदा होने वाला नहीं है। ऐसी सूचनाऐं आ रही हैं कि विलय के बाद 30 प्रतिशत बैंक शाखाऐं अर्थात 7200 बैंक शाखाऐं बन्द हो जायेगी तथा लगभग 13000 कर्मचारी फालतू हो जायेंगे। यही कारण है कि हमारे संगठन विलय और एकीकरण का विरोध कर रहे हैं।
अन्त में संगठन के जिलाध्यक्ष वी0के0शर्मा ने कहा कि स्टेट बैंक के एक लाख करोड़ के ऋण खराब ऋण हैं। इसके प्रबन्धक की प्राथमिकता खराब ऋणों की वसूली की होनी चाहिये। विलय पूर्णतः अवांछित है। उन्होने आज के सफल प्रदर्शन को सफल बनाने के लिये सभी बैंककर्मियों को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया।
प्रदर्शन को सफल बनाने में साथी पीएस रावत, राकेश वर्मा, वनी सिंह, डी.सी. गुप्ता, देवेन्द्र कुमार, उमाशंकर जैन, अशोक शर्मा, एके वर्मा, केएल वर्मा, एके सिंह, इत्वारी लाल, राकेश सारस्वत, गिया प्रसाद, राजीव कुमार, राज कुमार, नरेन्द्र कुमार, भूपेन्द्र कुमार, ने सक्रिय भूमिका अदा की।


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