श्री दाऊजी महाराज के मेले में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन

हाथरस। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में श्री दाऊजी महाराज के मेले में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में उ0प्र0 शासन की कल्याणकारी योजनाओ, बाल अधिकार, एंव बेटी-बचाओ,ं बेटी-पढाओं विषय पर गोष्ठी का आयोजन सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती शिवकुमारी की अध्यक्षता में किया गया।
    सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती शिव कुमारी ने कहा कि बच्चे का अधिकार गर्भ में आने के उपरान्त से ही प्रारम्भ हो जाता है। सरकार द्वारा बाल संरक्षण योजना 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को बाल अधिकार की श्रेणी में रखा गया है, उनके हितार्थ सरकार द्वारा कानून बनाये गये है, जो बच्चों के पालन-पोषण एंव उसके विकास के लिए आवश्यक हैं। इसके अलावा उन्होंने बेटी-बचाओं, बेटी-पढाओं के क्रम में जानकारी देते हुये कहा कि हम लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी। बेटी होने पर हमें गर्व करना चाहिए, बेटी को पराया धन मानने की मानसिकता बदलनी होगी। बेटियाॅ आज बेटोें से किसी भी मायने में कम नही हैं। बेटीयाॅ आज उच्च पदों पर विराजमान हैं। कन्या भ्रण हत्या रोकने में सभी को आगे आना चाहिए।
   श्री प्रदीप कुमार शर्मा, श्री नरेन्द्र कुमार पचैरी, श्री दीपक चैहान, ने अपने-अपने वक्तव्य में बाल संरक्षण अधिनियम के सम्बन्ध में विधमान समस्त बाल संरक्षण अधिनियमों की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रण हत्या के लिए हम सभी दोषी हैं। हमें अपनी सोच बदलनी चाहिए।
    श्री रूपराम शर्मा, श्री अमृत सिंह पौनियाॅ, श्री विमल शर्मा, ने अपने-अपने वक्तव्य में बच्चों के विकास एंव उनके उत्थान के सम्बन्ध में सरकार द्वारा बनायी गयी योजनाओं एंव उनके क्रियान्वयन के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इसके साथ-साथ कन्या भ्रूण हत्या एंव शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।
    एड0 श्री मतेन्द्र सिंह गहलौत ने अपने वक्तव्य में बाल कल्याण समिति के गठन एंव उसके क्रियाकलाप के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि बाल कल्याण समिति का चयन शासन द्वारा किया जाता है। बाल कल्याण समिति एक न्यायपीठ का कार्य करती है। जनपद हाथरस की बाल कल्याण समिति द्वारा अब तक 100 से अधिक बच्चों को उनके परिवार मे समायोजित कराया गया है, तथा 136 बच्चों को बाल श्रम से निकालकर स्कूलों में दाखिला दिलवाया गया है।
    सदस्या बेटी बचाआंे बेटी पढाओं कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती शालिनी पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज समाज में जो बच्चीयें के प्रति जो कूप्रथा है उसे सुधारना होगा बच्चीयों को पढाना होगा तभी विकास सम्भव है। हम सभी को अपी सोच बदलनी होगी। समाज में व्याप्त लिंग भेद की परम्परा को समाप्त कराना होगा। अपने आस पडोस की माता बहनों को भी इसके प्रति जागरूक करना होगा। इसके अतिरिक्त श्रीमती प्रतिष्ठा शर्मा, कंचन, श्री प्रताप राधव ने अपने-अपने वक्तव्य में बेटी बचाओ बेटी पढाओं एंव बाल अधिकारों एंव उनके मनोबल को बढाने पर बल दिया गया। विधिक साक्षरता शिविर/गोष्ठी का सफल संचालन श्री जयप्रकाश तिवारी, द्वारा किया गया। इस अवसर पर काफी संख्या में जनता उपस्थित रही, उपस्थित जनता को जिला प्रोबेशन कार्यालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पम्पलेट वितरित की गये।

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