शैक्षिक संस्थानो में सुरक्षा के मानको को स्थापित करने के लिये कार्यशाला का हुआ आयोजन

हाथरस ।  माध्यमिक शिक्षा विभाग के तत्वाधान में राजरानी मेहरा गेस्ट हाउस मथुरा रोड हाथरस में शैक्षिक संस्थानो में सुरक्षा के मानको को स्थापित करने के लिये एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।
          जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने कहा कि बच्चो कीे सुरक्षा के लिए आम तौर पर सभी स्कूल प्रबंधक तथा प्रधानाचार्य जागरूक है। उन्हे केवल अपनी संवेदनशीलता को बढाना है तथा स्कूल के बच्चो को अपना बच्चा समझ कर व्यवस्थाये तथा निगरानी करनी चाहिए। बच्चे जिस स्कूल बस मे आ जा रहे हैं उस स्कूल बस के ड्राइबर तथा कन्डक्टर की एलआईयू अवश्य करा ले साथ ही उसके आस पास के लोगो से उसकी हरकतो के बारे मे जानकारी कर ले। बच्चे जिस बस तथा टैक्सी से स्कूल आते है उसके सुरक्षा के पूर्ण निर्धारित मानको का पालन होना चाहिए। शीशे के बाहर जाली लगी होनी चाहिये। बस को निर्धारित मानक गति 40 किमी0 प्रति घंटे की दर से ही चलाये। बसो में आपातकालीन खिडकी तथा अग्रिशमन यंत्र के छोटे सिलेन्डर अवश्य होने चाहिये। समय समय पर ड्राइबरो तथा कन्डेक्टरो की काउन्सलिंग करते रहे। बसो में स्कूली बच्चो के अलावा अन्य व्यक्ति की यात्रा न कराये।   
      उन्होने कहा कि प्रधानाचार्य तथा प्रबंधको कि जिम्मेदारी बनती है की अभिभावक मीटिंग माह मे कम से कम एक बार अवश्य कर ले। मीटिंग में अभिभावको के द्वारा दिये गये सुझावो को अपने सुरक्षा मानको में अवश्य शामिल करें। सम्भव हो तो विद्यालय को पूरी तरह से सीसी टीवी कैमरे में रखा जाये। खास तौर पर मुख्य गेट पर, प्रधानाचार्य कक्ष के बाहर, गलियों मे अवश्य लगाये जाये। ऐसे स्कूल जहा पर सहशिक्षा  का प्रावधान है वहा पर अलग-अलग टायलेट बनवाये जाने चाहिए। उन्होने निर्देश दिया की सभी स्कूलो मे विजटिंग रजिस्ट्र अवश्य बनवा ले। तथा विजटिंग रजिस्ट्र पर सभी नियमो का पालन कराये। इसके अलावा अपने कालेज में शौचालयो की साफ सफाई पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
     कप्तान सुशील घुले ने कहा की हम सब को सुरक्षा के लिए केवल इतना ध्यान देने की आवश्यकता है कि स्कूल के बच्चे का साथ अपने बच्चो जैसा व्यवहार करे यदि हम उन्हे अपने बच्चे समझेगे तो सुरक्षा को पूरा कर लेगे। स्कूल मे विजटिंग रजिस्ट्र अवश्य बनाये। उसमें मिलने आने वाले व्यक्ति का नाम मो0न0 तथा पहचान पत्र अवश्य रूप से देखे। जिससे किसी बाहरी व्यक्ति के द्वारा किये जा सकने वाले अपराध पर रोक लगायी जा सके । किसी भी व्यक्ति को स्कूल में  काम पर रखते समय पुलिस वेरीफिकेशन अवश्य करा लें। स्कूल बसो पर संबंधित थानों के नम्बर महिला हेल्प लाइन न0 तथा शिकायत हेल्प अवश्य रूप से लगवाये।
    जिला विद्यालय निरीक्षक जितेन्द्र कुमार मलिक ने शैक्षिक संस्थानों के सुरक्षा मानको के बारे में उपस्थित प्रधानाचार्यो तथा प्रबंधको को अवगत कराया। माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक के द्वारा सुरक्षा के दिये गये आदेशो को पढकर सुनाया तथा कहा कि सुरक्षा में किसी प्रकार की खामी पायी जाने पर सीधे तौर पर स्कूल प्रशासन तथा प्रबंध तंत्र जिम्मेदार होगा। बच्चो की सुरक्षा के लिये मुख्य रूप से तीन चरणो में किया जा सकता है। बच्चो को स्कूल तक लाने तथा ले जाने के लिये, दूसरा स्कूल के अंदर तथा तीसरा स्कूल के बाहर पिकनिक आदि स्थलों के भ्रमण पर सम्भव  सुरक्षा मानको को विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है। अतः इसके लिये स्कूल में बच्चो को लाने तथा ले जाने के लिये स्कूल बसो, टैक्सी आदि के उचित प्रबंध किये जाये। इसके बाद स्कूल मे बच्चो के सुरक्षा के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है। पिकनिक आदि स्थलों के भ्रमण पर बच्चो के ले जाने के समय स्टाफो को सर्तक रहने की आवश्यकता है। इस अवसर पर बीएसए रेखा सुमन, एआरटीओ प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य, माध्यमिक विद्यालयो के प्रधानाचार्य तथा प्रबंधक महाविद्यालयो के प्रधानाचार्यगण उपस्थित रहे।

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